कोरोना वायरस के चलते अन्य राज्यों में फंसे प्रवासियों को केंद्र सरकार ने बड़ी राहत दी है। अब ऐसे लोगों के लिए भारतीय रेलवे की ओर से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई है। ये ट्रेनें पॉइंट-टू-पॉइंट चलेंगी, यानी की ट्रेनें बीच में कहीं भी नहीं रुकेंगी। विशेष ध्यान देने वाली बात है कि ये ट्रेनें सिर्फ दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को गृह राज्यों तक पहुंचाने के लिए शुरू की गई है। इन ट्रेनों में आम यात्रियों को बैठने की इजाजत नहीं होगी। हम आपको श्रमिक स्पेशल ट्रेनें से संबंधित हर जानकारी सरल भाषा में बता रहे हैं, ताकि आपको किसी तरह की कोई परेशानी ना हो।
ट्रेन कहां से कहां तक चलेंगी ?
जयपुर से पटना- राजस्थान से बिहार पटना जाने वाले लोगों के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुरू की गई है। यह ट्रेन जयपुर स्टेशन से रवाना होगी और पटना पहुंचेगी।
जयपुर से पटना- राजस्थान से बिहार पटना जाने वाले लोगों के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुरू की गई है। यह ट्रेन जयपुर स्टेशन से रवाना होगी और पटना पहुंचेगी।
लिंगमपल्ली से हटिया- तेलंगाना में फंसे लोगों के लिए एक ट्रेन तेलंगाना राज्य के लिंगमपल्ली रेलवे स्टेशन से रवाना होगी और झारखंड के हटिया रेलवे स्टेशन पहुंचेगी।
नासिक से लखनऊ- उत्तर प्रदेश जाने वाले लोगों के लिए महाराष्ट्र के नासिक से एक ट्रेन रवाना होगी, जो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचेगी।
नासिक से भोपाल- मध्य प्रदेश के लोगों के लिए महाराष्ट्र के नासिक से ट्रेन रवाना होगी और भोपाल पहुंचेगी।
अलुवा से भुवनेश्वर- ओडिशा के लोगों के लिए केरल के कोच्चि के पास स्थित अलुवा से ट्रेन ओडिशा की राजधानी भुवनेश्व तक चलेगी।
कोटा से हटिया- राजस्थान में एक ट्रेन और चलेगी, जो कोटा से रवाना होगी और झारखंड के हटिया पहुंचेगी।
कौन कर सकता है सफर ?
आपको बता दें कि सरकार ने कुछ शर्तों के साथ ट्रेनों को संचालित करने की अनुमति दी है। ये ट्रेनें सिर्फ प्रवासियों के लिए चलाई जा रही हैं। उदाहरण के तौर पर समझे तो, अगर आप जयपुर के रहने वाले है और पटना किसी काम से जाना चाहते हैं तो आप ट्रेन में सफर नहीं कर सकते। हां, लेकिन आप बिहार के रहने वाले हैं परंतु लॉकडाउन के चलते राजस्थान में फंसे है तो आप इस ट्रेन में सफर कर सकते है।
आपको बता दें कि सरकार ने कुछ शर्तों के साथ ट्रेनों को संचालित करने की अनुमति दी है। ये ट्रेनें सिर्फ प्रवासियों के लिए चलाई जा रही हैं। उदाहरण के तौर पर समझे तो, अगर आप जयपुर के रहने वाले है और पटना किसी काम से जाना चाहते हैं तो आप ट्रेन में सफर नहीं कर सकते। हां, लेकिन आप बिहार के रहने वाले हैं परंतु लॉकडाउन के चलते राजस्थान में फंसे है तो आप इस ट्रेन में सफर कर सकते है।
कैसे बुक करें और कैसे मिलेगी ट्रेन ?
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में सफर करने के लिए राज्य सरकार लोगों की लिस्ट तैयार कर रही है। इनमें प्रवासी मजदूर, टूरिस्ट्स, स्टूडेंट्स और तीर्थयात्रियों शामिल हैं। ऐसे लोग स्थानीय प्रशासन से संपर्क कर आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद वहां के नोडल ऑफिसर जो लिस्ट तैयार करेंगे, वह रेलवे को सौंपी जाएगी। स्टेशन पर केवल उन्हीं लोगों को पहुंचने के लिए कहा गया है जिन्हें प्रशासन चुनेगा।
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में सफर करने के लिए राज्य सरकार लोगों की लिस्ट तैयार कर रही है। इनमें प्रवासी मजदूर, टूरिस्ट्स, स्टूडेंट्स और तीर्थयात्रियों शामिल हैं। ऐसे लोग स्थानीय प्रशासन से संपर्क कर आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद वहां के नोडल ऑफिसर जो लिस्ट तैयार करेंगे, वह रेलवे को सौंपी जाएगी। स्टेशन पर केवल उन्हीं लोगों को पहुंचने के लिए कहा गया है जिन्हें प्रशासन चुनेगा।
मान लीजिए आप कोट में फंसे है तो आप वहां के स्थानीय जिला प्रशासन, कलेक्टर आदि के पास आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद आपको जहां से ट्रेन चलेगी, उस स्टेशन तक पहुंचना होगा। इसके लिए प्रशासन अपने स्तर पर व्यवस्था करेगा। ट्रेन टिकिट के लिए स्टेशन पर ही व्यवस्था होगी।
स्टेशन पहुंचने के बाद क्या होगा ?
स्टेशन पहुंचने के बाद यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। स्क्रीनिंग के बाद उसमें स्वस्थ पाए जाने के बाद ही ट्रेन में बैठने की अनुमति मिलेगी। यात्रियों को फेस मास्क लगाना अनिवार्य होगा। इन स्पेशल ट्रेन्स में 72 की बजाय 54 यात्रियों को बैठने की इजाजत होगी। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालना करना जरूरी होगा।
स्टेशन पहुंचने के बाद यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। स्क्रीनिंग के बाद उसमें स्वस्थ पाए जाने के बाद ही ट्रेन में बैठने की अनुमति मिलेगी। यात्रियों को फेस मास्क लगाना अनिवार्य होगा। इन स्पेशल ट्रेन्स में 72 की बजाय 54 यात्रियों को बैठने की इजाजत होगी। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालना करना जरूरी होगा।
ट्रेन में खाना मिलेगा ?
अगर आपकी यात्रा लंबी है तो आपके लिए ट्रेन में खाने-पीने की व्यवस्था होगी। इसके लिए रेलवे सारे इंतजाम करेगा। जिस राज्य से ट्रेन चलेगी, वही इन प्रवासियों की खातिर खाना-पानी का इंतजाम करेंगे। इसके लिए स्टेशन पर व्यवस्था की जाएगी।
अगर आपकी यात्रा लंबी है तो आपके लिए ट्रेन में खाने-पीने की व्यवस्था होगी। इसके लिए रेलवे सारे इंतजाम करेगा। जिस राज्य से ट्रेन चलेगी, वही इन प्रवासियों की खातिर खाना-पानी का इंतजाम करेंगे। इसके लिए स्टेशन पर व्यवस्था की जाएगी।
गृह जिले पहुंचने के बाद क्या होगा?
ट्रेन अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने के बाद यात्रियों की एक बार फिर से स्क्रीनिंग की जाएगी। अगर किसी व्यक्ति में लक्षण मिलते है तो उसे सीधे क्ववारंटीन में भेजा जाएगा। अगर लक्षण नहीं मिलते है तो आपको घर जाने की इजाजत होगी।
ट्रेन अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने के बाद यात्रियों की एक बार फिर से स्क्रीनिंग की जाएगी। अगर किसी व्यक्ति में लक्षण मिलते है तो उसे सीधे क्ववारंटीन में भेजा जाएगा। अगर लक्षण नहीं मिलते है तो आपको घर जाने की इजाजत होगी।