लॉकडाउन के चलते जहां कोरोना वायरस के प्रसार से लड़ने में मदद मिल रही है, साथ ही साथ पर्यावरण पर भी इसका चौंका देने वाला असर देखने को मिल रहा है। लॉकडाउन के चलते प्रदूषण का लेवल तेजी से नीचे आया है।
कोरोना वायरस ने दुनिया के लगभग सभी देशों को अपने चपेट में ले लिया है। अभी तक के आंकड़ों के मुताबिक विश्व में एक लाख 80 हजार लोग इस वायरस के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं, इस संक्रमण को रोकने के लिए कई देशों में लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन के चलते वाहनों की आवाजाही ना के बराबर है, ज्यादातर कारखाने बंद हैं और लोग अपने घरों से बाहर जरूरी काम के लिए ही निकल रहे हैं।
इस लॉकडाउन के चलते जहां कोरोना वायरस के प्रसार से लड़ने में मदद मिल रही है, साथ ही साथ पर्यावरण पर भी इसका चौंका देने वाला असर देखने को मिल रहा है। लॉकडाउन के चलते प्रदूषण का लेवल तेजी से नीचे आया है। भारत में प्रदूषण की समस्या जैसे खत्म सी हो गई है, इस बात पर अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने भी सैटेलाइट तस्वीर साझा कर मुहर लगा दी है।
नासा ने तस्वीरें जारी करके भारत के लिए ये अच्छी खबर दी है कि लॉकडाउन के पीरियड ने भारत के वायुमंडल को फायदा दिया है और भारत में वायु प्रदूषण कम हो गया है. कोरोना महामारी से लड़ रहे लगभग हर देश ने लॉकडाउन का रास्ता अपनाया है. भारत में लगाए गए लॉकडाउन का प्रभाव कई क्षेत्रों में दिखाई दिया है.
नासा ने सैटेलाइट तस्वीर जारी करते हुए कहा है कि भारत में प्रदूषण का स्तर कम हुआ है। भारत में 25 मार्च से लॉकडाउन जारी है और यहां रहने वाले लगभग 130 करोड़ लोग अपने घरों में हैं। देश में लॉकडाउन के चलते फैक्ट्री, कार, बस, ट्रक, ट्रेन, विमानों की उड़ान बंद है। इन गतिविधियों के रुकने के बाद नासा के सैटेलाइट सेंसर भारत की जो तस्वीर कैप्चर की है वो चौंका देने वाली है। नासा के मुताबिक उत्तर भारत में हवा में प्रदूषण का स्तर सबसे निचले स्तर पर है। नासा ने कहा है कि सैटेलाइट डेटा से पता चलता है कि कोरोना वायरस के लिए जारी लॉकडाउन के शुरू होने के बाद से उत्तर भारत में हवा में मौजूद कणों का स्तर काफी गिर गया है।